Tantra

तंत्र-
तंत्र का अर्थ है विस्तार फैलाव जैसे विज्ञानं का अर्थ है विशेष ज्ञान वैसे ही किसी भी वस्तु के विषय में विशेष विस्तृत ज्ञान ही तंत्र कहलाता है विज्ञानं की उत्त्पत्ति तंत्र से ही हुई है | अथर्व वेद से निकले हुए जादू टोन को तंत्र नहीं कहते | आगम शास्त्र को ही तंत्र कहते है आ समन्तात गमेन इति आगमः
हम मोक्ष प्राप्ति की जिज्ञासा को ज्ञान मार्ग से जिस मार्ग से प्राप्त करते है उसे आगम कहते है
तांत्रिक विधि से राहू की शांति एक आधा मीटर काला सूती कपडा में १०० ग्राम लकड़ी का कच्चा कोयला और शुध्ध ११ टुकड़ा तांबा लेकर  इन सबको कपडे में बांध कर पोटली बना ले  फिर शाम के समय किसी नदी अथवा तालाब के किनारे खड़े होकर सर पर घुमाये सीधा औए प्रत्येक बार मन्त्र ११ बार मन्त्र पढ़ते हुए घुमाकर पीछे की तरफ नदी या तालाब में फेक दे और घर वापस आ जाय  राहू का तात्कालिक प्रभाव कम हो जायेगा |
मन्त्र है- ॐ सः सः सः सिंहिका पुत्रस्य राहू देवाय नमः ||
मंगल का तांत्रिक विधि से उपाय
मंगल वार के दिन शाम के समय एक कुष्मांड (कोहड़ा ,या काशीफल ) सर से ५ बार घुमा कर पीछे प्रवाहित कर दे पुनः पीछे मुद कर न देखे.
मन्त्र है- ॐ अं अंगारकाय नमः
अनुभूत रोगों से बचाव के सरल उपाय
0१- अरहर के पत्तो का अर्क पिलाने से अफीम का नशा कम होता है या दूध , घी पिलाएं |
0२- अरहर की दाल (50 ग्राम ) को पानी में उबालकर उसका पानी पिलाने से भांग का नशा उतर जाता है |
0३- अगर आपने आम जादा खा लिए हो , तो ऊपर से चार जामुन खा लें और ज्यादा खा लिए हो तो थोड़ा नमक खा ले |
0४- केले ज्यादा खा लेने पर दो छोटी इलायची खा ले केले फ़ौरन हजम हो जायेंगे |
0५- तरबूज ज्यादा खा लेने पर थोड़ा - सा काला नमक खा ले |
0६- दस बूंद बरगद का दूध बतासे में डालकर रोज गाय के दूध  के साथ पिने से जिस्म की कमजोरी और पेशाब की जलन            व पेशाब रुककर आने में लाभ देता है मरदाना ताकत को भी बढ़ाता है |
0७- धतूरे के जहर पर गरम पानी में थोड़ा - सा नमक पिलायें जहर ख़त्म होगा |
0८- अगर शराब ज्यादा पि ली हो तो ६ माशे फिटकरी को दूध या गर्म पानी में घोलकर पिला दे या सेबों का रस निचोड़कर पिलाने से नशा उतर जाता है |
०९- हल्दी २ माशा , माहवारी होने के पांच दिन बाद तीन दिन  तक ताजे पानी से गर्भ नहीं होगा |
१०- गन्ने अधिक खा लेने पर ऊपर से बेर खा लें , तो हजम हो जाएगा |
११- मछली खाने के बाद दूध हरगिज न पिए , वरना सफेद कोढ़ हो जाएगा |
१२- सोते समय हाथ - पैर धोकर सोएं , इससे गहरी नीद आयेगी और रात को स्वप्नदोष नहीं होगा |
१३- मरीज को उल्टी - दस्त हो , तो दो तोला आम के नरम - नरम पत्ते कुचलकर आधे सेर पानी में उबाले | जब पानी आधा रह जाये तो छान कर उस रोगी को नर्म - नर्म दो बार पिलावें |
१४- अगर पांव की उंगलियां गलने लगे , तो सरसों का तेल मलकर ऊपर से मेहंदी छिड़क दे लेकिन रात को लगाएं |
१५- मूली के पत्ते खाने से हिचकी रूक जाती है | गोस्त व् मूली अधिक खाने पर ऊपर से थोड़ा गुड़ खा ले , |
१६- अगर आप अपनी नजर तेज रखना चाहते है ,तो सुबह नहाते समय एक बाल्टी के अन्दर आखे खोलकर इधर - उधर दस सेकेण्ड तक साँस लेते रहे , इसके बाद तौलिये से १५ बार आखों को धीरे - धीरे दबाएँ ,ताकि आखों से बाल्टी का पानी निकल जाये |
१७- दो कच्चे आम भुनकर उसका गुदा निचोड़कर एक पाव पानी में थोड़ी बर्फ और चीनी मिलाकर दिन में दो बार पिएं यह नुक्खा लू की बीमारी तुरंत ठीक करता है |
१८- ताकत के लिए मीठे आम का रस आधा पाव , दूध एक पाव , चीनी एक छटांक मिलाकर लस्सी की तरह बना ले | दो महीने तक लगातार शाम को पिए इससे मर्दानगी और शरीर की कमजोरी ठीक होगी अगर बर्फ डालकर पीना चाहे तो पि सकते है लेकिन अधिक बर्फ न डाले |
१९- मसूणो के फूलने पर  तीन माशा सोठ दिन में एक बार पानी के साथ चार दिन तक खाओ , अगर दात दर्द है तो वह भी ठीक हो जयेगा |
२०- अनार के फूल छाया में सुखाकर बारीक करके मंजन की तरह मलने से खून बंद होकर दात मजबूत होते है |
२१- मीठे अनार का छिलका पानी में उबालकर उस गर्म पानी कुल्ला करने से मुह की बदबू दूर होती है |
२२- बार - बार पेशाब आना = अनार का छिलका बारीक़ करके ४ माशे ताजे पानी के साथ दिन में दो बार खाने से मसाने की गर्मी और पेशाब का बार बार आना बंद हो जायेगा |
२३- कंधारी अनार का छिलका बारीक कर ले ३ माशे सुबह शाम पानी के साथ खाने से स्वप्नदोष नहीं होता | रात को दूध न पिएं दस दिन तक खटाई का परहेज रखे |
२४- दिल की कमजोरी = सेब का मुरब्बा १ छटांक , चांदी के वर्क लगाकर सुबह के वक्त सेवन करे जिससे दिल की धड़कन , दिल की कमजोरी ठीक होगी | इसे १५ दिन तक खाये|
२५- तोतलेपन का समाप्त होना = बादाम की गिरी एक छटांक , चांदी  का वर्क १ तोला ,दालचीनी १ तोला , लौंग २ तोला, पिस्ता २ तोला , केसर बढ़िया २ माशा इन सबको बारीक़ करके १५ तोला शहद में मिलाकर एक खुराक ६ माशा के दिन में एक बार दूध के साथ इस्तेमाल करे | यह खुराक बड़े आदमी के लिए है बच्चों के लिए इसकी आधी खुराक दे |
२६- पेट के कीड़े = दो मीठे सेब लेकर उनमे उनमे १ तोला लौंग चुभो दे | दस मिनट बाट ;लौंग निकालकर तीन लौंग रोजाना चाय से खाएं | परहेज में चावल व् वादी की चीजो का सेवन न करे | पेट की गैस समाप्त हो जाएगी |
२७- शक्तिवर्धक = एक पकी हुए अंबरी सेब में जितने लौंग आ सके, चुभोकर किसी चीनी के बर्तन में आठ दिन पड़ा रहने दे |आठ दिन के बाद लौंग निकालकर शीशे के बर्तन में रख ले और रोजाना तीन बार बारीक़ करके सुबह दूध से खाएं मर्दानगी महसूस होने लगेगी| इसे २० दिन खाएं |
२८- नुस्खा तेल = एक तोला लौंग , तीन माशा चमेली के तेल को आग पर जलाकर कपडे में छानकर शीशी में रख लें | रात को थोड़ा तेल ईन्द्री पर लगाकर तीन मिनट तक मालिश करके पान  का पत्ता गर्म करके बान्ध ले | २० मिनट तक मालिश करे , ख़राब नसे ठीक होकर सब सख्त हो जाएँगी |
२९- नकसीर के लिए = एक पका हुआ केला शक्कर (चीनी) मिले दूध के साथ आठ दिन लगातार खाने से नकसीर फूटना बंद हो जाता है.
३०- तन्दुरुस्ती के लिए = दो केले रोजाना एक पाव दूध के साथ खाने से तन्दुरुस्ती बनती है | वजन बढ़ता है अफारे की दशा में केले का सेवन न करे |
३१- पत्थरी पड़ने पर = पेशाब बंद हो गया हो | शरीर की आंतो में पथ्थरी  पड़ गयी हो तो गाजर के बीज और शलजम के बीज दो- दो तोला लें और एक मूली को अन्दर से खोखला करके उसमे यह बीज भर दें  फिर इसको भूनने के लिए रख दें जब पानी भून जाय तो उसमे से बीज निकाल ले | खुराक ६ माशे मात्रा की सुबह - शाम पानी के सेवन करे |
३२- खुलकर महावारी = महावारी खुलकर आने के लिए स्त्रियों को चाहिए की गाजर के बीज एक तोला कूटकर पाव भर पानी में उबाल लें ,जब पानी आधा रह जाये तो शक्कर (चीनी )मिलाकर २-३ दिन पिए, इससे माहवारी हमेशा खुलकर आएगी |
३३- पेट दर्द को ठीक करने के लिए नमक , अजवायन , जीरा व् चीनी इन सबको दो दो माशे बारीक करके थोड़ा निचोड़कर खाए साथ ही गर्म पानी का सेवन करे |
३४- सुन्दरता के लिए =हमारा यह  नुस्खा बड़ा खरा उतरा है , जिसके प्रयोग से चेहरा साफ और सुन्दर हो जाता है इसके लिए गाजर का रस , टमाटर का रस , संतरे का रस , चुकंदर का रस दो -दो तोला रोजाना दो महीने पिने से चहरे की झाईया व दाग मुह से दूर हो जाते है |
३५- हैजे के लिए = नीबू का रस और प्याज का अर्क बराबर मिलाकर एक तोला प्रति घंटा पिलाने से हैजा ठीक हो जाता है |
३६- शुद्ध शहद में थोड़ा नीबू का रस डालकर बच्चे को चटाने से बच्चे का दूध उगलना बंद हो जाता है |
३७- नीम के फल की गिरी , सफेद पीपल दोनों चीजे सम भाग लेकर करेले के रस में २४ घंटे खरल करके सुखा ले | सुख जाने पर  पुनः करेले के रस में घोटे तथा सुखाकर कपडे से छानकर रख लें | इस चूर्ण को चढ़े ज्वर में सलाई द्वारा सुरमे की तरह आखों में लगाने से ज्वर उतर जाता है |
३८- बच्चों की बलवर्धक दवा = तुलसी के पत्तो का रस ५ या १० बूंद नित्य थोड़े से पानी में डालकर पिने से बच्चों की मांसपेशियां व हड्डिया मजबूत बनती है |
३९- लू लगाने की दशा में तुलसी के पत्ते का रस चीनी मिलाकर पिने से गरमी के कारण लू नहीं लगती है |
४०- दांत दर्द में तुलसी के पत्ते तथा काली मिर्च  को पिस कर गोली बना लें | इस गोली को दर्द वाले दांत के निचे दबा ले तुरंत लाभ होगा | 
दश,महा विद्या साधना
दश महाविद्याओ के नाम
हे भद्रकाली बगले कमले च तारे
धूमावती त्रिपुर सुंदरी छिन्न्मस्ते |
मातंगी षोडशी महाभुवनेस्वरी
दश महाविद्या नमो नमस्ते ||

महाविद्या साधना में प्रमुखतः २ कुल होते है श्री कुल और काली कुल
श्री कुल में ६ देविया और कलि कुल में ४ देविया है |

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