Bhartiya Jyotish Sansthanam, India. was founded by Dr. Ambikesh kr. Dwivedi.
यह संस्था धर्मोत्थान, धार्मिक एवं सामाजिक सेवा कार्य हेतु
है । इस सस्था के माध्यम से देश सेवा, धर्म एवं समाज सेवा का कार्य किया जाता है।
संस्थानं के लक्ष्य एवं कार्य
भारतीय ज्योतिष संस्थानम ट्रस्ट:- लक्ष्य कार्य एवं योजनाएँ
1- अविद्या को दूर करना एवं विद्या का प्रचार करना।
2- सनातन धर्म के मूल स्वरूप की रक्षा एवं प्रचार।
3- युवाओं को रोजगार प्राप्ति के लिये सक्षम बनाना ।
4- गणित एवं फलित ज्योतिष की शिक्षा एवं प्रचार करना।
5- भारतीय ज्योतिष संस्थानम विश्वविद्यालय की स्थापना- हमारा लक्ष्य है कि मिर्जापुर नगर में एक विश्वविद्यालय की स्थापना हो।
इस विश्वविद्यालय में निम्नलिखित विशेषताएँ होंगी-
B J S एकेडमी- सर्वप्रथम कक्षा 1 से 12 तक के एक विद्यालय की स्थापना की जाएगी। इस विद्यालय में प्राच्य एवं पाश्चात्य सभी
विद्याओं की शिक्षा दी जाएगी। निर्धन छात्रों के लिये छात्रवृत्ति का प्रावधान भी किया जाएगा।
विभिन्न संकायों की स्थापना- स्नातक एवं परास्नातक की शिक्षा के लिये निम्नलिखित संकायों की स्थापना की जाएगी-
संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय, कला संकाय, सामाजिक विज्ञान संकाय, संगीत एवं मंच कला संकाय, विज्ञान संकाय, वाणिज्य संकाय, विधि संकाय, चिकित्सा संकाय,प्रबन्ध संकाय,
प्रौद्योगिकी संकाय,
पुस्तकालय-विश्वविद्यालय परिसर में एक वृहद पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा।
साइबर लाइब्रेरी की स्थापना, व्यायामशाला एवं क्रीड़ाक्षेत्र की स्थापना, छात्रावासों की स्थापना, भोजनालय की स्थापना, मंदिर एवं ध्यान कक्ष की स्थापना,
चिकित्सालय की स्थापना,
संग्रहालय-विश्वविद्यालय परिसर में एक ऐसे संग्रहालय की स्थापना की जाएगी जहाँ मिर्जापुर के इतिहास से सम्बंधित वस्तुएँ विशेष रूप से रखी जाएंगी।
वेधशाला की स्थापना,
विश्वनाथ आश्रम की स्थापना-हमारा विश्वास है कि विश्वनाथ के देश में कोई अनाथ नहीं है। अतः अनाथ, वृद्ध, विधवाओं एवं दिव्यांगों के लिये विश्वनाथ आश्रम की स्थापना की जाएगी। इन अशक्त लोगों के लिये भोजनादि की निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी। दिव्यांग बच्चों की चिकित्सा तथा पालन-पोषण के लिये भी निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी।
कार्य- भारतीय ज्योतिष संस्थानम ट्रस्ट सनातन धर्म के उत्थान एवं रक्षा के लिये सतत प्रयत्नशील है। इसके लिये अब तक निम्नलिखित कार्य किये गए हैं-
माँ विन्ध्यवासिनी जन्मोत्सव शोभायात्रा - जनश्रुति के अनुसार, मिर्जापुर में माँ विंध्यवासिनी का प्राकट्य कजली पर्व के दिन हुआ था।
भारतीय ज्योतिष संस्थानम ट्रस्ट के द्वारा प्रतिवर्ष इस दिन भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है।
इस परंपरा का प्रारम्भ हमारे ट्रस्ट के द्वारा ही किया गया है। पिछले 3 वर्षों से कजली पर्व के दिन यह शोभायात्रा निकाली जाती है।
श्रीमद्भागवत महापुराण अमृत कथा ज्ञानयज्ञ- श्रीमद्भागवत महापुराण अमृत कथा ज्ञानयज्ञ-
भारतीय ज्योतिष संस्थानम ट्रस्ट के द्वारा पिछले 3 वर्षों से श्रीमद्भागवत पुराण कथा का आयोजन प्रतिवर्ष किया जा रहा है।
शिव पुराण एवं रामकथा- भारतीय ज्योतिष संस्थानम ट्रस्ट द्वारा प्रतिवर्ष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में शिव पुराण कथा एवं रामकथा का आयोजन भी हो चुका है।
श्री महालक्ष्मी महायज्ञ- मिर्जापुर के इतिहास में पहली बार विराट महालक्ष्मी महायज्ञ एवं भागवत कथा का आयोजन हुआ। इस यज्ञ का आयोजन मिर्जापुर तथा समस्त भारतवर्ष की आर्थिक उन्नति के उद्देश्य से किया गया। यज्ञ की
समाप्ति पर विशाल भण्डारे का आयोजन भी किया गया। भारतीय ज्योतिष संस्थानम ट्रस्ट के सभी बड़े कार्यक्रमों में इसी भाँति भण्डारे का आयोजन किया जाता है।
Website वेबसाइट- हमारे ट्रस्ट की वेबसाइट www.bhartiyajyotishsansthanam.com है। इस वेबसाइट की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
वेबसाइट के ज्योतिष विभाग में ज्योतिष की सही जानकारी प्रदान की गई है। ग्रह, नक्षत्र, राशि, काल
सर्प दोष, पितृ दोष, भूमि दोष, वास्तु दोष इत्यादि की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है। यहाँ पर ऑनलाइन कुण्डली आदि दिखाने की व्यवस्था भी की गई है।
वेद एवं दर्शन विभाग में वेद की जानकारी, वैदिक मंत्रों की जानकारों एवं उनके कार्य एवं लाभ, 16 संस्कारों की जानकारी, भारतीय दर्शनों की जानकारी दी गई है।
कर्मकाण्ड विभाग में कर्मकाण्ड (पूजन विधि) की वृहद जानकारी एवं संस्कारों की जानकारी प्रदान की गई है।
प्रश्नोत्तर विभाग में सभी प्रकार के प्रश्न एवं गूढ़ विषयों पर विचार किया जाता है।
आचार्यगण विभाग के माध्यम से योग्य एवं विद्वान आचार्य एवं ब्राह्मण सम्पूर्ण भारतवर्ष में उपलब्ध कराए जाते हैं।
रत्न-माला-सामग्री विभाग के माध्यम से शुद्ध रत्न एवं माला उचित मूल्य पर उपलब्ध कराए जाते हैं।
वेबसाइट पर जन्म कुण्डली, हस्तरेखा, तंत्र, दर्शन, वेद, कर्मकांड आदि की ऑनलाइन क्लास भी चलती है।
ई-बुक लाइब्रेरी में दुर्लभ पुस्तकों का संग्रह है जिसका लाभ पाठकगण उठाते हैं।
1. सामान्य जन मानस की भ्रान्तियों काे दूर करना ।
2. विद्वानों के अकान्ड ताण्डव का निर्मूलन ।
3. धर्मगत विशेषताओं को प्रदर्शित करते हुये धर्म का चरमोत्कर्ष ।
4. गरीब ब्राहम्णों को रोजगार प्रदान करेगा।
5. स्थाऩ स्थान पर हस्तरेखा, जन्म कुण्डली के शिविर लगाना, दिव्यांगों एवं नेत्र शिविर एवं स्कूलों में शिक्षा और संस्कृति की शिक्षा के शिविर लगाना ।
6. भारतीय संस्कृति को बढावा देने हेतु विभिन्न स्कूलों में सांस्कृतिक एवं ज्ञान वर्धक प्रतियोगिताएं आयोजित कराना ।
7. आनलाईन ही घर बैठे ज्योतिष, आयुूर्वेद, तंत्र, दर्शन आदि के द्वारा विभ्रिन्न रोगों का इलाज एवं हर प्रकार की समस्याओं का समाधान ।
8. पी0डी0एफ0 फारमेट मेें दुर्लभ ग्रन्थों की वृहद् लाईब्रेरी ।
9. आनलाईन जन्म कुण्डली, प्रश्न कुण्डली, हस्तरेखा इत्यादि के व्दारा समाधान ।
10. शिक्षा एवं भारतीय संस्कृति को बढावा ।
11. बच्चों की मेधा अर्थात बुद्धि योग्यता बढाने हेतु संस्कारों की जागृति हेतु तरह तरह के आयोजन ।
12. देश भक्ति जागृत करने हेतु विभिन्न आयोजन ।
13. प्राचीन संस्कृति को जागृत रखना ।
14. तर्क शक्ति, विज्ञान, धर्म, संस्कार का वर्धन ।
15. भारत में शिक्षा के क्षेत्र एवं महत्व का वर्धन ।
16. अनछुये प्रश्नों का समाधान ।
17. सनातन धर्म में पर्यावरण का संरक्षण ।
18. सनातन धर्म में प्रत्येक लोकाचार का रहस्य ।
19. गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करके शिक्षण में सहयोग ।
20. वेद विभाग में वेद की जानकारी , वैदिक मंत्रो की जानकारी व् उनके कार्य व् लाभ की जानकारी एवं संस्कारो की जानकारी प्रदान की जाएगी।
21. तंत्र विभाग में विभिन्न समस्यायों का समाधान वैज्ञानिक व् घरेलु विधि से प्रदान की जाएगी|
22. दर्शन विभाग में भारतीय ६ दर्शनों के साथ साथ अन्य दर्शनों की जानकारी प्रदान की जाएगी|
23. कर्मकाण्ड विभाग में कर्मकाण्ड पूजन विधि की बृहद जानकारी प्रदान की जाएगी
24. प्रश्नोत्तर विभाग में सबसे महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर दिया जायेगा |
25. आचार्यगण विभाग में सभी के लिए घर अथवा प्रतिष्ठान में इस न्यास के माध्यम से पूजन करवाने हेतु योग्य एवं विधिवत आचार्य व् ब्राहमण प्रदान किया जायेगा
26. रत्नमाला सामग्री विभाग में शत प्रतिशत शुद्धता के साथ असली रत्नमाला इत्यादि उचित मूल्य पर घर वैठे लोगो के लिए होम डिलेवरी की ब्यवस्था की जाएगी
27. कुंडली हस्तरेखा विभागमेंआप अपने कुंडली या हाथ के फोटो भेजकरभविष्य फल या निदान प्राप्त कर सकते है एव जन्म कुंडली बनवा सकते है |
28. शिविर के माध्यम से जन सामान्य में ज्योतिष के प्रति जागरूकता पैदा करना |
29.ऑनलाइन ज्योतिष शिक्षा को बढ़ावा देना जिसमे जन्म कुंडली हस्तरेखा तन्त्रदर्शन वेद कर्मकाण्ड का ज्ञान करना
30. सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म ज्योतिष एव ज्योतिष बृहद प्रचार व् प्रसार करना।
31. भारतीय संस्कृति , दर्शन , साहित्य , कला एवं संगीत , ज्योतिष एव प्राच्य विधाओ और आउरविज्ञन के संवर्धन एवं विकाश में समर्थ भूमिका हेतु समय समय पर गोष्टियो एवं व्याख्यानमाला , शोध एवं शिक्षण – प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना करना एवं उसके विकाश के लिए प्रकाशन एवं प्रदर्शनियों का आयोजन करना |
32. शिक्षा का प्रचार प्रसार करना , प्रौढ़ शिक्षा को बढ़ावा देना एवं शिक्षा द्वारा सामाजिक कुरीतियों को दूर करना तथा लोगो को वैज्ञानिक एवं उपयोगी जानकारी से अवगत कराना इसके लिए छात्रवृत्ति एवं पेंसन , अर्थिक सहायता , वेतन विद्यालयों के अनुदान , स्कूल – कालेज , पुस्कालय , प्रयोगशाला , अध्ययन कक्ष , छात्रावास, शैक्षणिक संस्थापना एवं संचालन करना |
33. व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने हेतु विभिन्न प्रकार के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की स्थापना एवं संचालन करना |
34.चिकित्सीय एवं तकनीकी क्षेत्र में विशेष शिक्षण एवं प्रशिक्षण हेतु रिसर्च सेंटरों की स्थापना एवं संचालन करना |
35.समत समय पर चिकित्सा शिविरों का आयोजन करना |
36. पुस्तकालय एवं वचनालय का स्थापना करना |
37.सामाजिक कुरीतियों जैसे – दहेज़ उत्पीडन अत्याचार एवं यौनशोषण , मादक द्रब्यो का सेवन इत्यदि के विरुद्ध जन जागरण करना , चिकित्सीय एवं विधिक सहायता प्रदान करना |
38.जन समुदाय में राष्ट्र प्रेम की भावना विक्सित करने हेतु भारतीय महापुरुषों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी से सम्बधित संगोष्ठीयों , सेमिनार एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना व् कराना |
39. अनाथ,असहाय बच्चो की देख रेख , पालन पोषण शिक्षा , चिकित्सा इत्यादि हेतु पुनर्वास की व्यवस्था करना तथा परिवार की अवधारण में पुनर्वास केंद्र की स्थापना करना |
40. महिलाओ एवं वृद्धो पुनर्वास एवं सेवा श्रम की स्थापना करना |
41. इस ट्रस्ट के ज्योतिष विभाग में ज्योतिष की सही जानकारी प्रदत्त किया जाएगा , ग्रह नक्षत्र राशि काल सर्प दोष , पितृदोष , भुमिदोष , वास्तुदोष इत्यादि की विस्तृत जानकारी प्रदान की जायगी |
इस संस्था के ज्योतिष विभाग में ज्योतिष की सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । ग्रह, नक्षत्र, राशि, कालसर्प दोष, पितृ दोष, भूमि दोष, वास्तुदोष इत्यादि की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
आप ऑनलाइन जन्मकुंडली दिखा सकते है , हस्तरेखा दिखा सकते है, प्रश्न कुण्डली दिखा सकते है
वेद एवं दर्शन विभाग में वेद की जानकारी, वैदिक मन्त्रों की जानकारी एवं उनके कार्य एवं लाभ , 16 संस्कारो की जानकारी , भारतीय दर्शनों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
तंत्र विभाग में विविध समस्यों के समाधान एवं तांत्रिक विधि से ग्रहों की शांति का उपाय एवं विभिन्न प्रकार के रोगों के घरेलु उपाय एवं तंत्र की जानकारी एवं कुछ दुर्लभ प्रयोगों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं परन्तु सिर्फ लोक एवं स्व कल्याण हेतु ।
सन्देश में आपको आपके कर्तव्यो की स्मृति एवं विभिन्न प्रकार के भ्रांतियों के निवारण के विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते है इसे अवश्य देखे.
कर्मकाण्ड विभाग में कर्मकाण्ड पूजन विधि की वृहद् जानकारी एवं संस्कारों की जानकारी आपको यहाँ प्राप्त होगी एवं विभिन्न कर्मकाण्ड की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
आचार्य गण विभाग में आप अपने घर अथवा प्रतिष्ठान् में इस संस्थान के माध्यम से पूजन करवाने हेतु योग्य एवं विव्दान पंण्डित, आचार्य एवं ब्राम्हण प्राप्त कर सकते हैं । जैसे आपको किसी कार्य या पूजन करवाने के लिए आचार्य की आवश्यकता है आप कांटेक्ट में सम्पर्क करे आपको योग्य एवं विद्वान एवं क्षेत्रीय आचार्य भेजे जायेगे सम्पूर्ण भारत वर्ष में।
कुण्डली हस्त रेखा विभाग में आप अपनी कुण्डली या हाथ की फोटो भेज कर भविष्य फल या निदान प्राप्त कर सकते हैं एवं जन्म कुण्डली बनवा सकते हैं ।इस विभाग में व्यापार में बाधाए विवाह में बाधा, शिक्षा, नौकरी, उन्नति आदि प्रश्न पूछ कर उचित समाधान प्राप्त कर सकते हैं ।
सदस्य विभाग में आप इस संस्था को दान देकर सदस्यता प्राप्त करके पुण्य के भागी बन सकते हैं एवं सदस्यों की सूची देख सकते हैं ।
रजिस्ट्रेशन - रजिस्ट्रेशन विभाग में कर्मकान्डी आचार्य, ज्योतिषी, तांत्रिक,दार्शनिक एवं कथाकार आचार्य लोग अपना आनलाईन रजिस्ट्रेशन करवा करके सेवा दे सकते हैं एवं लाभ उठा सकते है ।
आनलाईन क्लासेज में 1 घंटा प्रतिदिन जन्म कुण्डली , हस्तरेखा, तन्त्र, दर्शन, वेद, कर्मकाण्ड की क्लास ले सकते हैं। व्याकरण के भी.उनका शुल्क जमा करके यूजर नेम एण्ड पासवर्ड से अपनी आईडी खोलकर क्लास ले सकते हैं ।
वृहद् ई-बुक लाईब्रेरी में दुर्लभ पुस्तको का संग्रह है जिसका लाभ आप नि:शुल्क उठा सकते हैं।